जय, जय, जय हे माँ सरस्वती, तुमको आज निहार रहा हूँ। जय, जय, जय हे माँ सरस्वती, तुमको आज निहार रहा हूँ।
फ़िर से तांडव करती आओ, नभ में बदली बन कहा जाओ, असुरों की फ़िर बलि चढ़ाकर, दानव दल और प फ़िर से तांडव करती आओ, नभ में बदली बन कहा जाओ, असुरों की फ़िर बलि चढ़ाकर, ...
खुद से ही पूछती हूं, आखिर कौन सी दुनिया में रहती हो तुम ? खुद से ही पूछती हूं, आखिर कौन सी दुनिया में रहती हो तुम ?
जग जननी माँ अम्बे भवानी तेरी कृपा हो माँ जग कल्याणी जग जननी माँ अम्बे भवानी तेरी कृपा हो माँ जग कल्याणी
हे राम तू ज्ञान प्रकाश भर इस जग पर तेरे गुण पल्लवित हो हर मानव पर। हे राम तू ज्ञान प्रकाश भर इस जग पर तेरे गुण पल्लवित हो हर मान...
हर युग में नारी की महानता हिन्दू धर्म ग्रन्थ में छाया। हर युग में नारी की महानता हिन्दू धर्म ग्रन्थ में छाया।